चौधरी यासीन खान किस आंदोलन से संबंधित है?
उत्तर – चौधरी यासीन खान मेव किसान आंदोलन से जुड़े थे। भू – राजस्व बंदोबस्त के कारण मेव किसानों में नाराजगी हुई थी।
- 1932 ई. में मौहम्मद अली यासीन खाँ के नेतृत्व में मेवों ने भी आंदोलन कर दिया था। ये लाग- बाग बेगार के साथ-साथ सूअर प्रताड़ना का भी विरोध कर रहे थे।
- 1933 ई. में सरकार ने इनकी शर्तों को मानकर इस साम्प्रदायिक आंदोलन को समाप्त कर दिया।
- अलवर व भरतपुर के मेव किसान आंदोलन साम्प्रदायिक थे।
- 1932 ई. में मोहम्मद हादी ने ‘अंजूमन खादिम उल इस्लाम’ नामक संस्था की स्थापना की।
- इस संस्था को गुड़गाँव के चौधरी यासिन खाँ ने सम्भाला था।
- जनवरी, 1933 ई. में महाराजा जयसिंह की इच्छा के विरुद्ध अंग्रेजी सेना अलवर राज्य में घुस गई और मेव आन्दोलन को दबाने का प्रयास किया।
- अंग्रेजों ने महाराजा जयसिंह को यूरोप भेज दिया तथा इस आन्दोलन की जाँच करने के लिए अजीजुद्दीन बिलग्रामी के नेतृत्त्व में एक जाँच समिति का गठन किया गया।
- 1934 ई. में मेवों ने विद्रोह को समाप्त कर दिया।