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विंध्यन कगार भूमि कहाँ स्थित है?
- इसके दो भाग है – विंध्यन कगार और महान सीमा भ्रंश
- यह करौली, धौलपुर व सवाई माधोपुर में विस्तृत है।
- यह क्षेत्र विंध्याचल पर्वत का अंतिम भाग है।
- यह चम्बल व बनास नदी के मध्य का भाग है।
- यह लाल बलुआ पत्थरों से निर्मित पट्टी है।
- इस क्षेत्र की कगार भूमियों की ऊँचाई 350 मीटर से 550 मीटर के बीच में है।
- महान सीमा भ्रंश(Great Boundary Fault) – राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी भाग में महान सीमा भ्रंश गुजरती है। जो अरावली पर्वतमाला के पूर्व में स्थित है। अरावली पर्वतमाला व विंध्याचल पर्वत का मिलन स्थल होने के कारण इसे ’महान सीमा भ्रंश’ कहते है। यह अरावली के पूर्व में स्थित है। यह करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, बूँदी व धौलपुर में फैला हुआ है।