एरिनपुरा में क्रांति की शुरुआत कब हुई?
- 21 अगस्त को माउंट आबू में अभ्यास हेतु आई सैनिकों ने विद्रोह कर दिया
- एलेकजेंडर एवं कर्नल होम्स की गोलीबारी में मृत्यु हो गई
- एरिनपुरा में क्रांति (23 अगस्त) का नेतृत्व सूबेदार मोतीखान, शीतल प्रसाद और तिलकराम ने किया था
- यहां के क्रांतिकारी ने “चलो दिल्ली मारो फिरंगी” का नारा दिया था
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