लोहे का क्या उपयोग है ?
लोहा एक संक्रमण धातु है। प्रकृति में लोहा मुक्तावस्था में नहीं पाया जाता है। इसके प्रमुख अयस्क हेमेटाइट, मेग्नेटाइट, सिडेराइट आदि हैं। लोहा हरी सब्जियों में एवं मानव रक्त के हीमोग्लोबिन में भी पाया जाता है।
लोहे की तीन किस्में होती है –
- ढलवां लोहा – इसमें कार्बन की मात्रा अधिक (2.5%) पाये जाने के कारण यह कठोर एवं भंगुर होता है। यह सबसे निम्न कोटि का लोहा है तथा इसमें फास्फोरस, सिलिकाॅन एवं मैंग्नीज की अशुद्धियाँ पायी जाती है।
- पिटवां लोहा – इसे ढलवां लोहा से प्राप्त किया जाता है तथा यह अपेक्षाकृत शुद्ध लोहा होता है। इसमें कार्बन की मात्रा सबसे कम (0.12-0.25%) पायी जाती है। यह आघातवध्र्य एवं तन्य होने के कारण इसका उपयोग चादरें एवं तार बनाने में किया जाता है।
- इस्पात – यह लोहा और कार्बन का मिश्रधातु है, इसमें कार्बन की मात्रा ढलवां लोहे से कम (0.25-1.5%) पायी जाती है।