हील इन राजस्थान नीति क्या है?

हील इन राजस्थान नीति क्या है? राजस्थान सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये शीघ्र ही ‘हील इन राजस्थान’ नीति शुरू करके चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। यह नीति तैयार करने के लिये एक मेडिकल वैल्यू ट्रैवल समिति नियुक्त की गई है, जिसमें विभिन्न विभागों और संगठनों के प्रतिनिधि … Read more

LLC 2024 Points Table – Legends League Cricket 2024

LLC 2024 Points Table and Schedule : Latest Standings – The Legends League Cricket (LLC) 2024 is heating up! Stay updated with the latest points table, featuring the top teams and players. LLC 2024 Points Table Current Standings: Legends League Cricket 2024 Schedule Sept 20 Match 1: Konark Suryas & Manipal Tigers (7:00 p.m. IST) … Read more

योजक चिह्न किसे कहते है?

योजक चिह्न (हाइफन) का विधान स्पष्टता के लिए किया जाता है। द्वंद्व समास में पदों के बीच हाइफन रखा जाए, जैसे- राम-लक्ष्मण, चाल-चलन, हँसी-मजाक, लेन- देन, पढ़ना-लिखना, खाना-पीना, खेलना-कूदना आदि । योजक चिह्न किसे कहते है? योजक चिह्न (-) समानता सूचक सा, से, सी आदि से पूर्व हाइफन(-) रखा जाए, जैसे- तुम-सा (होशियार), छुरी-सी (जुबान … Read more

#1 राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 – Rising Rajasthan

राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट

राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजनजयपुर,राजस्थान में 9 से 11 दिसम्बर 2024 को होगा। इसके माध्यम से देश-विदेश की कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में उनकी सहायता व गाइड करना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान स्टार्टअप, कृषि, … Read more

राजस्थान को कितने भौतिक प्रदेश में बांटा गया है?

राजस्थान को कितने भौतिक प्रदेश में बांटा गया है? राजस्थान को मुख्यतया चार भागों में विभाजित किया गया है – पश्चिम मरुस्थलीय प्रदेश अरावली प्रदेश पूर्वी मैदान दक्षिण पूर्वी पठार राजस्थान के भौतिक विभाग राजस्थान के भौतिक प्रदेश – Rajasthan ke Bhoutik Pradesh मुख्य फैक्ट : सर्वप्रथम प्रोफेसर V .C मिश्रा ने राजस्थान को सात … Read more

तिल चौथ कब मनाई जाती है?

तिल चौथ कब मनाई जाती है? तिल चौथ माघ कृष्ण चतुर्थी को होती है। इसे ’संकट चौथ’ व ’वक्रतुण्ड चौथ’ भी कहा जाता है। इस दिन श्री गणेश जी व चौथ माता के तिलकुट्टे का भोग लगाया जाता है। चौथ माता का मेला बरवाड़ा (सवाई माधोपुर) में भरता है।