बछबारस कब आती है?

बछबारस कब आती है? उत्तर  – बछबारस भाद्रपद कृष्ण द्वादशी को आती है। इस दिन गाय व बछड़ों की पूजा होती है। इस दिन पुत्रवती स्त्रियाँ अपने पुत्र की मंगलकामना के लिए व्रत रखती है। इस दिन स्त्रियाँ सिर्फ केवल उबले हुए मोठ की सब्जी, बाजरे की रोटी के साथ खाती है।

गोगानवमी कब मनाई जाती है?

गोगानवमी कब मनाई जाती है? उत्तर  – गोगानवमी भाद्रपद कृष्ण नवमी को मनाई जाती है। इस दिन ददरेवा(चुरू) और गोगामेड़ी(हनुमानगढ़) में मेला भरता है। गोगा जी की पूजा की जाती है।

कृष्ण जन्माष्टमी कब आती है?

कृष्ण जन्माष्टमी कब आती है? उत्तर  – कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को आती है। इस दिन कृष्ण मंदिरों में कृष्ण महोत्सव मनाया जाता है। इस दिन नाथद्वारा में जन्माष्टमी मेला लगता है।

उबछठ कब आती है?

उबछठ कब आती है? उत्तर  –  उबछठ भाद्रपद कृष्ण षष्ठी को आती है। इस दिन अविवाहित बालिकाएं सांयकाल में सूर्य की पूजा के बाद चन्द्रोदय तक खड़ी ही रहती है। रात्रि में चंद्र दर्शन करके भोजन करती है। इसे चंदन षष्टि व्रत भी कहते है।

हल छठ कब आती है?

हल छठ कब आती है? उत्तर  – हल छठ भाद्रपद कृष्ण षष्ठी को आती है। इस दिन भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम  का जन्मदिन आता है। इस दिन हल की पूजा की जाती है। इस व्रत को पुत्रवत स्त्रियाँ करती है।

बड़ी तीज कब मनाई जाती है?

बड़ी तीज कब मनाई जाती है? उत्तर  – बड़ी तीज भाद्रपद्र कृष्ण तृतीय को मनाई जाती है। इसे कजली तीज/ सातुड़ी तीज/ बूढी तीज भी कहते है। स्त्रियों द्वारा व्रत रखकर गायों का पूजन किया जाता है। कजली तीज की सवारी बूंदी की प्रसिद्ध है। इस दिन नीम की पूजा की जाती है।