डावरिया प्रथा क्या थी?

डावरिया प्रथा क्या थी? उत्तर  – राजस्थान में शासक समुदाय अपनी लड़की की शादी में दहेज के साथ कुंवारी कन्याएँ भी साथ भेज थे उन्हें ‘डावरिया’ कहा जाता था। रियासती काल में राजा महाराजा और जागीरदार अपनी लड़की की शादी में दहेज के साथ कुछ कुंवारी कन्याएँ भी देते थे जिसे डावरी/डावरिया कहते थे। ये … Read more

नाता प्रथा क्या थी?

नाता प्रथा क्या थी? उत्तर  – नाता एक प्रकार का पुनर्विवाह ही है, इस प्रथा में पत्नी अपने पूर्व पति को छोड़कर किसी दूसरे पुरुष को अपना पति बना लेती है। यह प्रथा ग्रामीण क्षेत्रों में जनजाति लोगों में प्रचलित है। नाता परस्पर सहमति के आधार पर पुनर्विवाह की प्रथा है, जिसके अन्तर्गत पत्नी अपने … Read more

सागड़ी प्रथा क्या थी?

सागड़ी प्रथा क्या थी? उत्तर  – सागड़ी प्रथा या बंधुआ मजदूरी जमींदारों, साहूकारों आदि द्वारा गरीब व जनजातीय लोगों को उधार दी गई। राशि के बदले उस व्यक्ति या उसके परिवार के किसी सदस्य को अपने यहाँ घरेलू नौकर के रूप में रखा जाता है। उसे बहुत कम या बिल्कुल वेतन नहीं दिया जाता है … Read more

त्याग प्रथा क्या थी?

त्याग प्रथा क्या थी? उत्तर  –  राजपूत परिवारों में विवाह के समय चारण, भाट, ढोली आदि दृढ़तापूर्वक मुँह मांगी दान दक्षिणा की मांग करते थे, जिसे त्याग तथा इस प्रथा को त्याग प्रथा (पोल पात बारहठ) कहते हैं । त्याग प्रथा पर सर्वप्रथम प्रतिबंध 1841 ई. जोधपुर में महाराजा मानसिंह ने लगाया था।  वाल्टर कृत … Read more

साका क्या होता है?

साका क्या होता है? उत्तर  – जब दुश्मन द्वारा किसी राजपूत दुर्ग पर आक्रमण किया जाता था तो राजपूत योद्धा केसरिया धारण करते थे तथा राजपूत वीरांगना जौहर व्रत करती थी वह ‘साका’ कहलाता था। इन दोनों क्रियाओं में से यदि कोई एक क्रिया नहीं होती थी तो वह ‘अर्द्ध साका’ कहलाता था। चित्तौड़गढ़ में … Read more

डाकन प्रथा क्या थी?

डाकन प्रथा क्या थी? उत्तर  – विशेषकर जनजातियों में किसी महिला को इस बात के लिए दोषी ठहराया जाता था कि वह बच्चों को खा जाती है, डाकन कहलाती थी, जिसे मार दिया जाता था। कानून बनने के बाद भी इस प्रकार की घटनाएँ होती रहीं। वर्तमान समय में भी यदा-कदा ऐसी घटनाएँ घटित होती … Read more