तेरहताली नृत्य कहाँ का प्रसिद्ध है ?
उत्तर – तेरहताली नृत्य(Terahtali Nritya) पाली व रामदेवरा (जैसलमेर) का प्रसिद्ध है।
- तेरहताली नृत्य का उद्गम पादरला गाँव (पाली) में हुआ।
- यह कामड़ जाति के द्वारा रामदेव जी की आराधना में आयोजित किया जाता है।
- यह नृत्य केवल महिलाओं द्वारा बैठकर किया जाता है।
- पुरूष तानपुरा व चौ तारा बजाते है, महिला 13 मंजीरों को अपने शरीर पर बांधती है, जिसमें 9 मंजीरे दांये पाँव पर, 2 मंजीरे हाथों की कोहनी पर तथा एक एक मंजीरे दोनों हाथों में रहते है।
- इसके प्रमुख कलाकार मांगीबाई, मोहनी, नारायणी व लक्ष्मणदास है।
- यह नृत्य कामड़िया पंथ की महिलाओं द्वारा आयोजित किया जाता है।
- इस नृत्य में महिलाओं द्वारा घरेलू कार्यों का प्रदर्शन किया जाता है।
- इस नृत्य को मांगीबाई ने प्रसिद्धि दिलायी थी। 1954 में गाड़ीया लुहार सम्मेलन, चित्तौड़गढ़़ में नेहरू जी के समक्ष मांगीबाई ने यह नृत्य किया था और अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की।
- इस नृत्य को बीकानेर के शासक गंगासिंह ने प्रोत्साहन दिया।