Vyakaran Kise Kahate Hain: प्रत्येक भाषा को बोलने, लिखने और प्रयोग करने के लिए कुछ निश्चित नियम होते हैं, हमें इन नियमों का ज्ञान देने वाला शास्त्र ही व्याकरण कहलाता है। कोई भी व्याकरण पूर्णत: संबंधित भाषा पर आश्रित होता है। किसी भी भाषा के व्याकरण के नियम लिखित भाषा को लक्ष्य मानकर निश्चित किए जाते हैं। भाषा के लिखने और प्रयोग करने के लिए कुछ नियम होते हैं, इन नियमों का ज्ञान देने वाला शास्त्र को ही व्याकरण(Vyakaran) कहते हैं।
Vyakaran Kise Kahate Hain?
व्याकरण किसे कहते है?
व्याकरण की परिभाषा:
जब हम कोई भाषा बोलते है तब उस भाषा को बोलने के सही नियम जानने आवश्यक है और यदि हम कोई भाषा को पढना चाहते है तो उस भाषा को पढ़ने के सही नियम क्या होने चाहिए और पढ़ने, लिखने, बोलने, या समझने के लिये हम जिन नियमो का प्रयोग करते है उन सभी नियम के रुप को ही हम व्याकरण(Vyakaran) कहते है ।
उदाहरण :
मोहन पढता है।✅
मोहन पढ़ती है ।❌
मोहन पढ़ते है ।❌
मोहन पढता है?❌
उपरोक्त वाक्यों में लिंग, वचन और विराम चिह्न सम्बंधित अशुद्धियाँ है, इन अशुद्धियों को हम हिंदी व्याकरण को समझ कर ही दूर कर पाएंगे।
व्याकरण सीखने से हम क्या जानेंगे?
- भाषा को शुद्ध बोलना, लिखना तथा समझना।
- भाषा के नियम, संरचना, और इसका प्रयोग करना।
- भाषा में शब्दों की उचित व्यवस्था।
- भाषा में वाक्यों की सही गठन।
व्याकरण के कितने भेद है?
व्याकरण के चार भेद होते है।
- वर्ण ( अक्षर )
- शब्द
- पद
- वाक्य
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