आज के आर्टिकल में हम राजस्थान की अंत: प्रवाही नदी रूपारेल नदी(Ruparel Nadi) के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
रूपारेल नदी – Ruparel Nadi
उपनाम | वराह, लसवारी नदी, रूपनारायण नदी |
उद्गम | उदयनाथ की पहाड़ियाँ, थानागाजी तहसील (अलवर) |
विलुप्त | कुशलपुर (भरतपुर) |
प्रवाह क्षेत्र | अलवर, डीग व भरतपुर |
रूपारेल नदी से संबंधित महत्त्वपूर्ण तथ्य –
- रूपारेल नदी राजस्थान की अन्तःप्रवाह नदी है।
- रूपारेल नदी का उद्गम अलवर की थानागाजी तहसील में स्थित उदयनाथ पहाड़ी से होता है। अलवर में बहने के पश्चात् यह नदी डीग एवं भरतपुर जिले में बहती हुई भरतपुर के कुशलपुर गांव के समीप विलुप्त हो जाती है।
- रूपारेल नदी को लसवारी और वराह नदी के नाम से जाना जाता है।
- यह नदी सीकरी बाँध (डीग) एवं मोती झील (भरतपुर) में जलापूर्ति करती है। मोती झील को ’भरतपुर की लाईफ लाईन’ कहते है।
- इस नदी के किनारे नौह सभ्यता (भरतपुर) में विकसित हुई।
- रूपारेल नदी पर अलवर में ’नटनी का बाराँ’ स्थित है।
निष्कर्ष –
आज के आर्टिकल में हमनें राजस्थान की अंत: प्रवाही नदी रूपारेल नदी(Ruparel Nadi) के बारे में विस्तार से जानकरी दी। हम आशा करतें है कि हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से आप संतुष्ठ होंगे…धन्यवाद
FAQ –
1. रूपारेल नदी का उद्गम कहाँ से होता है?
उत्तर – रूपारेल नदी का उद्गम अलवर की थानागाजी तहसील में स्थित उदयनाथ पहाड़ी से होता है। अलवर में बहने के पश्चात् यह नदी डीग एवं भरतपुर जिले में बहती हुई भरतपुर के कुशलपुर गांव के समीप विलुप्त हो जाती है।
2. भरतपुर की जीवन रेखा/लाइफ लाइन किसे कहा जाता है?
उत्तर – मोती झील को भरतपुर की जीवन रेखा/लाइफ लाइन कहा जाता है ।
3. रूपारेल नदी का प्रवाह क्षेत्र कितने जिलों में है?
उत्तर – रूपारेल नदी का प्रवाह क्षेत्र अलवर, डीग व भरतपुर जिलों में है।
4. किस नदी को ‘वराह’ नदी कहते है?
उत्तर – रूपारेल नदी को वराह नदी भी कहतें है।
5. मोती झील कहाँ स्थित है?
उत्तर – मोती झील भरतपुर में स्थित है।