राजस्थान में पर्यटन विकास – ‘पधारो म्हारे देश’

आज के आर्टिकल में हम राजस्थान जीके के अंतर्गत राजस्थान में पर्यटन विकास का टॉपिक अच्छे से करेंगे, आप अच्छे से इस टॉपिक को मजबूत करें।

राजस्थान में पर्यटन विकास

राजस्थान का पर्यटन वाक्य  ‘पधारो म्हारे देश’ है राजस्थान की पर्यटन थीम द इनक्रेडिबल स्टेट ऑफ़ इंडिया –  भारत का अतुल्य राज्य (The Incredible State of India) है।

राजस्थान का पर्यटन लोगो को नीचे चित्र में दिखाया गया है –

राजस्थान का पर्यटन लोगो

 

  • पर्यटन में सबसे अधिक राजस्व  आमेर दुर्ग  प्राप्त करता है।
  • राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक जयपुर में आते है।
  • राजस्थान में सर्वाधिक स्वदेशी पर्यटक अजमेर में आते है।
  • राजस्थान पर्यटन निदेशालय की स्थापना  1955 में की गयी।
  • राजस्थान पर्यटन विभाग की स्थापना 1956 में की गई।
    राजस्थान पर्यटन विकास निगम की स्थापना 1 अप्रेल, 1979 में की गई।
  • राज्य में पर्यटन के विकास के लिए उत्तरदायी संस्था RTDC है।

पर्यटन सर्किट/परिपथ

वर्तमान में राजस्थान में 10 पर्यटन सर्किट है।

मरू सर्किट जैसलमेर – बीकानेर – जोधपुर – बाड़मेर
ढूढ़ांड़ सर्किट जयपुर – दौसा – आमेर
हाड़ौती सर्किट कोटा – बुंदी – बारां – झालावाड़
मेवाड़ सर्किट राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा
गौड़वाड़ सर्किट
पाली – सिरोही – जालौर
शेखावाटी सर्किट सीकर – झुंझुनू
ब्रज मेवात सर्किट अलवर – भरतपुर – सवाईमाधोपुर – टोंक
मेरवाड़ा सर्किट अजमेर – पुष्कर – मेड़ता – नागौर
वागड़ सर्किट बांसवाड़ा – डुंगरपुर
माउंट आबू सर्किट रणकपुर, पाली, माउंट आबू

राज्य में स्थित रोप-वे

राज्य का प्रथम रोप-वे
  • सुंडा माता पर्वत, भीनमाल (जालौर) में 20 दिसम्बर 2006 से शुरुआत।
  • कुल लम्बाई 800 मीटर है।
  • राजस्थान का सबसे लम्बा रोप-वे है।
राजस्थान दूसरा रोप-वे
  • उदयपुर में मनसापूर्ण करणीमाता मंदिर पर
  • 8 जून 2008 से शुरुआत।
  • रोप-वे की कुल लम्बाई 387 मीटर है।
राजस्थान का तीसरा रोप-वे
  • सावित्री माता का मंदिर, पुष्कर (अजमेर) में
  • 3 मई, 2016 से शुरुआत।
  • रोप-वे की कुल लम्बाई 700 मीटर है।
राजस्थान का चौथा रोप-वे
  • सामोद वीर हनुमान मंदिर (जयपुर) में
  • 25 मई, 2019 से शुरुआत।
  • यह रोप-वे मानवरहित स्वचालित रोप-वे है ।
  • रोप-वे की कुल लम्बाई 380/350 मीटर  है
राजस्थान का पांचवाँ रोप-वे
  • अन्नपूर्णा माता मंदिर (जयपुर) में प्रस्तावित है।
  • यह रोप-वे अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णो माता मंदिर तक
  • लम्बाई 436 मी. ।

राज्य में प्रस्तावित रोप – वे

16 मंदिरों की सूची पर्यटन विभाग को राज्य सरकार ने सौंपी

पहले चरण में ये 16 मंदिर और किले  शामिल
1. त्रिनेत्र गणेश मंदिर, रणथंभौर जिला सवाई माधोपुर
2. रामेश्वर महादेव मंदिर, बूंदी
3. आमेर नाहरगढ़ रोपवे, जयपुर
4. चौथ का बरवाड़ा, सवाई माधोपुर
5. रूठी रानी महल से हवामहल, जयसमंद, उदयपुर
6. कुंभलगढ़ किला लाखेला, जिला राजसमंद
7. राजसमंद झील के आसपास की पहाड़ियों को जोड़ते हुए
8. इंदरगढ़ स्थित बिजासन माता मंदिर, जिला बूंदी
9. जीण माता मंदिर से काजल शिखर मंदिर तक, सीकर
10. सिद्धनाथ महादेव मंदिर, कल्याणा जिला जोधपुर
11. श्रीगढ गणेश मंदिर, ब्रह्मपुरी जयपुर
12. भैरव मंदिर, मेहंदीपुर बालाजी, दौसा
13. कृष्णाई माता, रामगढ़, बारां
14. समाई माता, भांदरिया हनुमान जी मादरेश्वर, बांसवाड़ा
15. राजा जी का तालाब, तारागढ़ किला अजमेर
16. चित्तौड़गढ़ किला

राजस्थान पर्यटन विकास निगम के प्रमुख होटल

राजस्थान के आर.टी.डी.सी. के होटल
आर.टी.डी.सी. जिला
ढोला मारू बीकानेर
समढाणी जैसलमेर
शिखर माउण्ट आबू
कजरी उदयपुर
पन्ना चित्तौड़गढ़
चन्द्रावती झालावाड़
झूमर बावड़ी सवाई माधोपुर
वन विहार धौलपुर
लेक पैलेस अलवर
गणगौर जयपुर
स्वागतम जयपुर
झील ग्राम जयपुर
चिरमी चूरू
घूमर जोधपुर
शिल्पी रणकपुर, पाली
खादिम अजमेर
सरोवर पुष्कर, अजमेर
मूमल जैसलमेर
खड़ताल बाड़मेर
पूरजन निवास माउण्ट आबू
गवरी ऋषभदेव (उदयपुर)
चम्बल कोटा
विनायक रणथम्भौर (सवाई माधोपुर)
कामधेनू सवाई माधोपुर
सारस भरतपुर
टाइगर डेन सरिस्का (अलवर)
तीज जयपुर
यूथ होस्टल जयपुर
हवेली फतेहपुर (सीकर)
कुरजां नागौर
पणिहारी पाली
गोकुल नाथद्वारा, राजसमंद
खिदमत अजमेर
पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित महोत्सव
पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित महोत्सव
महोत्सव जिला
ऊँट महोत्सव बीकानेर
थार महोत्सव बाड़मेर
शीत महोत्सव माउण्ट आबू
मेवाड़ महोत्सव उदयपुर
माही महोत्सव बांसवाड़ा
एड़वेंचर स्पोर्टस कोटा
दशहरा महोत्सव कोटा
कैलादेवी महोत्सव करौली
डीग महोत्सव भरतपुर
मत्स्य महोत्सव अलवर
हाथी महोत्सव जयपुर
गणगौर महोत्सव जयपुर
मारवाड़ महोत्सव जोधपुर
पुष्कर महोत्सव अजमेर
किन्नू महोत्सव श्रीगंगानगर
मरु महोत्सव जैसलमेर
बैलुन महोत्सव बाड़मेर
ग्रीष्म महोत्सव माउण्ट आबू
बेणेश्वर महोत्सव डूँगरपुर
मीरा महोत्सव चित्तौड़गढ़
हाड़ौती महोत्सव कोटा
चन्द्रभागा महोत्सव झालावाड़
बृज महोत्सव भरतपुर
अलवर महोत्सव अलवर
पतंग महोत्सव जयपुर/जैसलमेर
तीज महोत्सव जयपुर
शेखावाटी महोत्सव सीकर
डांस महोत्सव कुंभलगढ़, राजसमंद व डूँगरपुर
कजली तीज महोत्सव बूँदी

निष्कर्ष :

आज के आर्टिकल में हम राजस्थान जीके के अंतर्गत राजस्थान में पर्यटन विकास का टॉपिक अच्छे से कवर किया, जो भी परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण तथ्य बने, उनको इस आर्टिकल में शामिल किया गया…धन्यवाद

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